करीब चार महीने पहले अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद तालिबान ने वहां एक के बाद एक फरमान जारी करते हुए अपने नागरिकों की जिंदगी बदतर कर दी है। तमाम प्रतिबंधों का असर यह हुआ है कि दुनियाभर में यहां की छवि खराब हुई है।
तालिबानी सरकार के उल-जलूल फरमानों की वजह से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो की स्थिति ज्यादा खराब है। अब इस कड़ी में एक नया प्रतिबंध और जुड़ गया है। अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने महिलाओं के लिए नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। तालिबान सरकार के नए फरमान के तहत अब अफगानिस्तान में महिलाएं अब टीवी सीरियल में काम नहीं कर पाएंगी।
वहीं, महिला पत्रकारों और एंकरों को लाइव रहने पर स्कार्फ पहनने को कहा गया है। हालांकि, आदेश में यह नहीं लिखा है कि महिला पत्रकार या एंकर को किस तरह के स्कार्फ पहनना है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ नियम बेहद अस्पष्ट हैं और उनकी सही व्याख्या किया जाना जरूरी है।
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टीवी चैनलों को जारी निर्देशों के अनुसार इसमें 8 प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया गया है। इनमें शरिया कानून और अफगानिस्तान के मूल्यों के विरुद्ध मानी जाने वाली फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश हैं। पुरुषों के इंटिमेट बॉडी पार्टस के फुटेज दिखाना भी प्रतिबंधित है। ने फरमान के तहत विदेशी सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली विदेशी फिल्मों का प्रसारण नहीं हो। यह भी पढ़ें
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बता दें कि अफगानी टीवी चैनल अधिकतर ऐसे विदेशी कार्यक्रम दिखाते हैं, जिसमें महिलाएं मुख्य पात्र होती हैं।ऐसे कॉमेडी या इंटरटेनमेंट शो जिनमें धर्म का मजाक उड़ाया जाए या किसी तरह की टिप्पणी की जाए, उस पर भी रोक लगा दी गई है। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर नियंत्रण के साथ ही लड़कियों और महिलाओं को घर पर रहने का निर्देश जारी कर दिया था। उनके स्कूल-कालेज जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं, पुरुषों को दाढ़ी बनवाने या बाल कटवाने पर भी रोक लगा दी थी।