कंपनी के मर्जर्स, एक्वीजिसन और टेंडर के बारे में लीक की जानकारी
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ये जानकारी उसने गैरकानूनी ढंग से दूसरों के साथ साझा की। सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने बयान में इस बार में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत के 36 वर्षीय राजेश्वर ने कंपनी के मर्जर्स, एक्वीजिसन और टेंडर के बारे में गोपनीय जानकारी अपनी अपनी पत्नी दीप्ति गंदरा (33) और पिता लिंगा राव गन्नामानेनी (68) को दी। बता दें कि राजेश्वर की पत्नी और पिता भारत में रहते हैं।
बैंक में अपने पद का दुरुपयोग किया
भारतीय मूल के राजेश्वर का आखिरी बार जो पता सबको मालूम है वो सिंगापुर का है। एसईसी के मुताबिक उन्हें कारोबार के संबंध में अमरीका के तीन ब्रोकरेज खातों की संपत्तियों और अमरीका के एक बैंक खाते पर कुर्की का अदालती आदेश मिला है। एसईसी ने अपनी शिकायत की रिपोर्ट में जिक्र किया है कि दिसंबर 2013 से अगस्त 2016 के बीच राजेश्वर ने इस इनवेस्टमेंट बैंक में अपने पद का दुरुपयोग किया। रिपोर्ट के मुताबिक उसने सीनियर सॉफ्टवेयर कंसल्टैंट के पद पर काम करते हुए कम से कम 40 मर्जर्स, एक्वीजिसन, टेंडर और निवेश बैंक के कस्टमर्स से जुड़ी अन्य कई महत्वपूर्ण, संवेदनशील तथा बेहद गोपनीय जानकारी चुराई। बाद में उसने ये जानकारी अपनी पत्नी और पिता को दी। उन दोनों ने इसका इस्तेमाल करते हुए लगभग 6,00,000 डॉलर (करीब 4,23,84,000 रुपए) का गबन किया।