15 जुलाई 2016 को गला दबाकर की थी हत्या
आपको बता दें कि आरिफ को बलोच की हत्या के आरोप में फरार घोषित कर दिया गया था। बलोच की 15 जुलाई 2016 को गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के अगले दिन, बलोच के एक अन्य भाई मोहम्मद वसी ने पुलिस के सामने कबूल कर लिया था कि उसने बलोच की हत्या की है क्योंकि सोशल मीडिया पर उसने आपत्तिजनक वीडियो और बयानों से ‘बलोच’ परिवार का नाम बदनाम हो रहा था।
‘बहन का चरित्र खराब, हत्या का अफसोस नहीं’
आरोपी ने यह भी कहा था कि सोशल मीडिया मॉडल होने के कारण उसकी बहन का चरित्र खराब था और उसे उसकी हत्या का कोई दुख नहीं है। वसीम ने यह भी कबूल किया कि उस समय सऊदी अरब में रह रहे उसके भाई मोहम्मद आरिफ ने उसे कंदील की हत्या करने के लिए कहा था क्योंकि उसे कंदील के व्यवहार के कारण शर्म महसूस होती थी। आरिफ ने वसीम को हत्या के सऊदी अरब जाने के लिए कहा था।
आजीवन कारावास की सजा
ट्रायल कोर्ट ने 27 सितंबर को वसीम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इसके अलावा तीसरे भाई असलम शाहीन समेत पांच अन्य आरोपियों को रिहा कर दिया। हत्या का मामला बलोच के परिजनों ने दर्ज कराया था।