सऊदी लोगों को ‘भाई’ बताते हुए उन्होंने कहा कि तेहरान से डरने की जरूरत नहीं है। बता दें, अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2015 में प्रमुख शक्तियों के मध्य हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से मई में बाहर आने का ऐलान किया था। इसके बाद अमरीका ने ईरान पर एकपक्षीय ढंग से व्यापक प्रभावों वाले प्रतिबंध लगा दिए थे। रूहानी ने यह बात जोर देकर कही कि- ‘अमरीका चाहता है कि पश्चिम एशिया उसका गुलाम हो जाए।’
उन्होंने दावा किया कि वे सऊदी लोगों के हितों की आतंक और अत्यधिक शक्तिशालियों पूरी क्षमता से सुरक्षा करने को तैयार हैं।’ सऊदी अरब से उन्होंने कहा कि ‘हम इसके लिए 450 अरब अमरीकी डालर नहीं चाहते और आपका अपमान नहीं करेंगे।’ गौर हो रियाद ने जनवरी 2016 में तेहरान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को तोड़ लिया था।