मौसम विभाग का अलर्ट, मुंबई, कोंकण और गोवा में भारी हैं 36 घंटे जी-7 में रूस को शामिल न करने पर भड़के ट्रंप , लगाया भेदभाव का आरोप आपसी पर्यटन बढ़ाने पर जोर
पीएम मोदी ने एससीओ देशों के बीच आपसी पर्यटन बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि भारत में केवल 6% विदेशी पर्यटक एससीओ देशों से आते हैं, इसे आसानी से दोगुना कर दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सदस्य देशों की आपसी संस्कृतियां कहीं न कहीं एक दूसरे से सम्बद्ध हैं। पीएम ने भारत में एससीओ खाद्य त्यौहार और बौद्ध त्यौहार आयोजित करने की भी घोषणा की।
Video दुनिया में छाया पंजाब का चरणप्रीत, ब्रिटेन की शाही परेड में पगड़ी पहन रचा इतिहास क्या है शंघाई सहयोग संगठन ?
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग का संगठन है, जिसकी शुरुआत चीन और रूस के नेतृत्व में हुई थी। साल 1996 में रूस, चीन, ताजिकिस्तान, कजाकस्तान और किर्गिस्तान ने आपसी सहयोग को लेकर एक संगठन बनाया था जिसका नाम उस समय शंघाई-5 दिया गया था। साल 2001 में उज्बेकिस्तान के इसमें शामिल होने के बाद इसका नाम शंघाई सहयोग संगठन दिया गया। 2014 में भारत ने शंघाई सहयोग संगठन की सदस्यता के लिए आवेदन किया। रूस के उफ़ा में भारत को शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य का दर्जा मिलने का ऐलान 2015 में हुआ। भारत जून 2017 में पाकिस्तान के साथ इस संगठन का पूर्ण सदस्य बना।
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग का संगठन है, जिसकी शुरुआत चीन और रूस के नेतृत्व में हुई थी। साल 1996 में रूस, चीन, ताजिकिस्तान, कजाकस्तान और किर्गिस्तान ने आपसी सहयोग को लेकर एक संगठन बनाया था जिसका नाम उस समय शंघाई-5 दिया गया था। साल 2001 में उज्बेकिस्तान के इसमें शामिल होने के बाद इसका नाम शंघाई सहयोग संगठन दिया गया। 2014 में भारत ने शंघाई सहयोग संगठन की सदस्यता के लिए आवेदन किया। रूस के उफ़ा में भारत को शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य का दर्जा मिलने का ऐलान 2015 में हुआ। भारत जून 2017 में पाकिस्तान के साथ इस संगठन का पूर्ण सदस्य बना।