पाक प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा
पीएम मोदी पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले। उसके तुरंत बाद भारतीय पीएम ने रूस के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाक़ात की। दोनों राष्ट्र-प्रमुखों से साथ बातचीत में पीएम मोदी ने पाक प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी ने साफ़ किया कि आखिर वह क्यों पाक के पीएम इमरान खान से बातचीत को लेकर आशावादी नहीं है। दोनों देशों के साथ हुई इस बैठक में पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया है कि जब तक पाकिस्तान अपने रवैये में बदलाव नहीं करता है, उससे कोई बातचीत संभव नहीं है।
पहले भारत ने बदला था पीएम के विमान का एयर रुट
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने गंतव्य के लिए तुर्किमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, ओमान होकर गुजरने वाले रास्ते को चुना। इस तरह पीएम के विमान को पाकिस्तानी हवाई में घुसने की जरूरत नहीं पड़ी। बता दें कि इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से पीएम मोदी और विदेश मंत्री के लिए हवाई मार्ग खोलने का अनुरोध किया था। पाकिस्तान ने भी पीएम मोदी के विमान को पाक वायु सीमा से होकर गुजरने की इजाजत दे दी थी। लेकिन आखिरी पलों में विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम पाक से होकर नहीं गुजरेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पीएम की यात्रा के लिए पहले से ही दो रूटों पर विचार किया जा रहा था और हर पहलू को ध्यान में रखते हुए सरकार ने फैसला किया किया कि वीवीआईपी विमान पाकिस्तान के बजाय इस रास्ते से गुजरेगा।
इस कारण लिया गया फैसला
इस फैसले पर भले ही सरकार की कोई सीधा बयान सामने न आया हो, लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि ऐसा पुलवामा हमले और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद दोनों देशों के रिश्तों में जारी तनाव के मद्देनजर किया गया है। बता दें कि जब भारत ने पाक से हवाई सीमा में यात्रा के लिए इजाजत का अनुरोध किया था, उस वक्त सोशल मीडिया पर इसका जमकर विरोध हुआ था।
सिर्फ यहां हो सकता है पीएम मोदी-इमरान का आमना-सामना
पीएम की दो दिवसीय यात्रा के दौरान भी पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से मुलाकात की कोई योजना नहीं है। इसके साथ ही पीएम ने बिश्केक में भी यह साफ किया कि अभी पाकिस्तान से बातचीत का माहौल नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इसलिए अभी पाक से बातचीत संभव नहीं। हालांकि, गुरुवार शाम को किर्गिस्तान की ओर से आयोजित किए जा रहे डिनर के दौरान दोनों नेताओं का आमना-सामना हो सकता है। इसके अलावा दोनों के बीच कुछ पलों की अनौपचारिक मुलाकात भी हो सकती है, जिसकी संभावना भारतीय विदेश मंत्रालय ने पहले ही जताई थी।