ISPR ने जारी किया सख्त बयान
पाक मंत्री ने कहा कि इस फैसले पर ISPR (पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा) ने जितना सख्त बयान जारी किया है, उससे वह हालात में बहुत खराबी आती देख रहे हैं। इस कड़वाहट को खत्म करना होगा। गौरतलब है कि मंगलवार को एक विशेष अदालत द्वारा संगीन राजद्रोह के मामले में पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ को मौत की सजा सुनाई गई। मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का यह मामला दिसंबर 2013 से लंबित था। उनके खिलाफ यह मामला तीन नवंबर, 2007 को संविधान को निलंबित कर आपातकाल लागू करने के लिए चल रहा था।
परवेज मुशर्रफ कभी देशद्रोही नहीं हो सकते
इस फैसले पर पाकिस्तानी सेना की आधिकारिक मीडिया विंग इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने एक बयान में अदालत के फैसले पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि ‘समूची पाकिस्तानी सेना में इस फैसले को लेकर दुख, पीड़ा और बेचैनी है। ISPR ने कहा कि मुशर्रफ, जिन्होंने सैन्य प्रमुख, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में वर्षों तक सेवा की, देश की रक्षा के लिए युद्ध लड़े, वे निश्चित रूप से कभी देशद्रोही नहीं हो सकते।
कोर्ट के फैसले पर नाराजगी
कोर्ट के फैसले पर नाराजगी जताते हुए सेना ने कहा कि विशेष अदालत ने जल्दबाजी में मामले को समाप्त करने के अलावा कानूनी प्रक्रियाओं को भी नजरअंदाज किया है। आईएसपीआर ने कहा कि सशस्त्र बल अभी भी इस्लामी गणतंत्र पाकिस्तान के संविधान के अनुरूप न्याय की उम्मीद कर रहा है।