एक पाकिस्तानी नागरिक ने मीडिया को बताया है कि अप्रैल 2017 से यह सिलसिला शुरू हुआ जब चीन ने उइगरों के ऊपर सख्ती करते हुए उनके कहीं आने-कई प्रतिबन्ध लगा दिए। उसके बाद से कई पाकिस्तानी महिलाएं वापस नहीं लौट सकी हैं| बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के कई व्यक्ति इन दिनों चीनी दूतावास के चक्कर काट रहे हैं। पाकिस्तान के कई नागरिकों का दावा है कि चीन ने इनकी उइगर पत्नियों और उनके बच्चों के पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं।
बता दें कि चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगरों के साथ सख्ती की खबरें नई नहीं हैं। लेकिन अब पाकिस्तान में ऐसे कई मामले सामने आ गए हैं। लोग अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए तरस रहे हैं और उन्हें वापस लाने के लिए चीनी दूतावास के चक्कर काट रहे हैं। इनका आरोप है कि पाकिस्तानी महिलाओं को शिनजियांग प्रांत में जबरन बंधक बना लिया गया है और परिवार के पास लौटने नहीं दिया जा रहा है।
बता दें कि चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों पर चीन की सरकार बहुत सख्ती बरत रही है।अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने भी इस पर चिंता जताई है । मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्ट में कहा गया है कि विचार धारा में परिवर्तन के नाम पर मुस्लिमों को जबरन कैद करके रखा गया है। अभी कुछ दिन पहले भी उइगर मुस्लिमों के घर के बाहर चीन की सरकार द्वारा क्यूआर कोड लगाए जाने का फैसला किया गया था।