SPECIAL REPORT : चीन के कहने पर डब्ल्यूएचओ ने देर से दुनिया को दी थी कोरोना की जानकारी पाक में योजना मंत्री असम उमर ने कहा कि वह ‘स्मार्ट लॉकडाउन’ लागू करने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसमें कोरोना वायरस के हॉटस्पाट (Hotspot) की पहचान तकनीक के जरिए होगी। पाकिस्तान में कुछ ऐप तैयार किए गए हैं, जो आसपास फैले कोरोना के मामलों की जानकारी देगा। उमर ने कहा कि लॉकडाउन (Lockdown)में रियायत दी गई है ताकि रोज कमाने और खाने वाले लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि सभी ऐहतियाती कदम वापस ले लिए गए हैं।
उमर के अनुसार आंकड़े जुटाए जा रहे हैं और देशभर के सभी अस्पतालों से कहा जाएगा कि वह एक वेब पोर्टल को तैयार कर अपने यहां के आंकड़ों का सार्वजनिक करें। इससे एक ही जगह कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार भी एक ऐप बना रही है, जिससे लोगों को पास के उन अस्पतालों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। यहां पर मौजूद मेडिकल उपकरणों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। बिस्तर और वेंटिलेटर उपलब्धता की जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से सभी सावधानियां बरतने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि वायरस का प्रकोप रोकने के लिए हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह एहतियात बरते।
चिकित्सकों ने इस रियायत को गलत बताया गौरतलब है कि पाकिस्तान में कोविड-19 (covid-19) के बढ़ते मामलों के बावजूद शनिवार को लॉकडाउन (Lockdown) में ढील का पहला चरण सामने आया है। पीएम इमरान खान (Imran khan) की सरकार ने कई कारोबारों को सुबह से शाम पांच बजे तक खोलने की अनुमति दी है। हालांकि चिकित्सकों ने इस रियायत को गलत बताया है। उनका कहना है कि इस तरह से मामले और बढ़ेंगे। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों का कहना है कि मामलों को रोकने के लिए बंद को सख्ती से लागू करना जरूरी है।
30334 मामले अब तक सामने आए हैं राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के अनुसार देश में कुल 30334 मामले अब तक सामने आए हैं। पंजाब में संक्रमण के 11093, सिंध में 11480, खैबर पख्तूनख्वा में 4669, बलोचिस्तान में 1935, इस्लामाबाद में 641, गिलगित-बाल्तिस्तान में 430 और पाक अधिकृत कश्मीर में 86 मामले मिले हैं। महामारी के कारण बीते 24 घंटे में 22 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के कारण कुल 639 लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं 8023 लोग अब तक ठीक हुए हैं।