इन तीन अस्पतालों में सामने आए सर्वाधिक मामले
तीनों अस्पतालों से संबंधित आंकड़ों में यह बात सामने आई है कि 407 महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुईं जबकि 138 महिलाएं सालभर में सोडोमी का शिकार हुईं। पाकिस्तानी अखबार डॉन को रविवार को मिले आंकड़ों के अनुसार, 417 यौन उत्पीड़न के उक्त संदिग्धों को जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर, डॉ रुथ फाउ सिविल अस्पताल कराची और अब्बासी शहीद अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया गया।
यौन उत्पीड़न के पीड़ितों की उम्र नहीं दी गई
साल 2019 के पुलिस सर्जन के आंकड़ों में यौन उत्पीड़न के पीड़ितों की उम्र नहीं दी गई है। पुलिस सर्जन डॉ करार अहमद अब्बासी ने कहा, ‘महानगरों में पहले की तुलना में धीरे-धीरे यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ गए हैं।’ तीनों अस्पतालों के आंकड़ों से पता चलता है कि शहर में 2013 से 2019 के बीच 2,500 दुष्कर्म के मामले और 593 सोडोमी के मामले सामने आए हैं।
साल दर साल बढ़ रहे हैं दुष्कर्म के मामले
आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि 2013 में 325 दुष्कर्म के मामले, 2014 में 324, 2015 में 342, 2016 में 360, 2017 में 331, 2018 में 411 और बीते साल 407 दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। दुष्कर्म के इन मामलों में 1709 संदिग्धों व सोडोमी मामले में 454 संदिग्धों को अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया गया है।