कानून-व्यवस्था में सुधार के बाद बदले हालात
कुछ समय बाद प्रांतीय राजधानी में आतंकवाद के आग से प्रभावित होने के बाद महिलाओं ने यहां आकर नमाज अदा करना छोड़ दिया। अब पाकिस्तान सरकार कह रही है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सेना की कार्रवाई के बाद वहां की कानून-व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। अब हालात पहले से काफी बेहतर हैं। ऐसे में महिलाओं को नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी गई है।
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अधिकारियों ने महिलाओं को दोबारा नमाज पढ़ने के लिए उत्साहित किया है
आखिरी बार यहां साल 2016 में भयंकर बम विस्फोट हुआ था। उस वक्त सदर के भीड़ भरे बाजार में मस्जिद के पीछे सरकारी कर्मचारियों को ले जा रही एक बस में शक्तिशाली बम धमाका हुआ था। इसमें 16 लोग मारे गए थे, जबकि दर्जनों घायल हो गए थे। हालांकि, अभी यहां के कानून व्यवस्था में पर्याप्त सुधार हो चुका है। ऐसे में अधिकारियों ने महिलाओं के नमाज पढ़ने का सिलसिला फिर से शुरू किया है।
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मस्जिद के बाद लगे महिलाओं के स्वागत के लिए बैनर
महिलाओं ने इस संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए मस्जिद के बाहर एक बैनर भी लगा रखा है। इस बैनर में साफ संदेश दिया गया है कि सुनेहरी मस्जिद में महिलाओं को शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए स्वागत है। आपको बता दें कि सुनहरी मस्जिद में महिलाओं को इस कदर दोबारा से नमाज अदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के फैसले की सराहना हो रही है। इससे पितृसत्तात्मक सत्ता को हतोत्साहित करने वाला कदम बताया जा रहा है।