इसके तहत ज्यादा परिवर्तन ऐतिहासिक महत्त्व रखने वाले एम्प्रेस मार्केट में हुए हैं। इसका निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान महारानी विक्टोरिया की याद में 1884 में किया गया था। कारोबारी हलचल वाली सद्दार पट्टी में स्थित यह मार्केट कभी कराची में व्यावसायिक और व्यापार कारोबार का मुख्य केंद्र रहा था। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- बाजार में पिछले कुछ साल से कई अवैध दुकानें बननी शुरू हो गई थीं। यह गतिविधि बेरोक-टोक चलती रही और दूसरे पुराने इलाकों में भी फैल गई। यह भी कहा गया है कि शहर में जातीय विभाजन के कारण अधिकरियों ने भी कोई कदम नहीं उठाए।
हालांकि इस मामले में शीर्ष अदालत ने दखल दिया था। इस पर कराची के मेयर वसीम अख्तर ने कहा कि अवैध दुकानों को बिना किसी भेदभाव के गिरा दिया गया।