गौरतलब है कि पाकिस्तान दुनिया के कई देशों के सामने कश्मीर का मामला उठा रहा है, लेकिन हर जगह से उसे हार का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इसी कड़ी में ओआईसी के सामने कश्मीर का मामला उठाया है।
फ्रांस के बिआरित्ज में जी-7 समिट की बैठक के दौरान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया कि कश्मीर पर किसी भी तीसरे देश के मध्यस्थता की हमें जरूरत नहीं, इसे हम आपसी बातचीत से सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि वे द्विपक्षीय तरीके से इस मामले को सुलझाएंगे। वह किसी तीसरे देश को कष्ट देना नहीं चाहते।
पीएम मोदी ने कहा, भारत और पाकिस्तान 1947 से पहले साथ थे। उन्होंने कहा कि हम बातचीत से मसले सुलझा लेंगे। मगर इसके उल्ट पाकिस्तान ने भारत को परमाणु बम की भी गीदड़भभकी दी है। पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे को सुलझाने के लिए हम किसी भी हद तक जा सकते हैं।