क्रोएशिया की राजधानी में भूकंप के तगड़े झटके, कई बड़ी इमारतों को पहुंचा नुकसान डॉ.ओसामा रियाज में कुछ दिन पहले ही कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) में कोरोना से होने वाली यह पहली मौत है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस का इलाज करते समय डॉ.ओसामा रियाज की मौत हो गई। उन्हें राष्ट्रीय नायक का दर्जा दिया जाएगा।
देश के नायक के खिताब से नवाजा जाएगा डॉ.ओसामा का संबंध गिलगित-बाल्टिस्तान के इलाके से था। वह गिलगित में जिला हेड क्वार्टर अस्पताल में शुक्रवार की रात से ही उनकी हालत बेहद खराब थी। उनका इलाज जारी था। उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में रखा गया। वह गिलगित में जायरीन की स्क्रीनिंग की ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान वह खुद भी कोरोना वायरस के शिकार हो गए। गिलगित-बाल्टिस्तान सरकार के प्रवक्ता फैजुल्लाह फिराक ने कहा कि युवा डॉक्टर ओसामा रियाज ईरान और अन्य क्षेत्रों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे थे। वहीं वह इस वायरस से संक्रमित हो गए।
एक सप्ताह पहले दी थी परीक्षा बीते डेढ़ साल से वे डॉक्टर की प्रैक्टिस कर रहे थे। परिवार की ओर से बताया गया है कि करीब एक सप्ताह पहले ही डॉक्टरी की एक अहम परीक्षा भी पास की थी। कुछ दिन पहले जब उनसे कहा गया था कि वह एहतियात से काम लें और वायरस से बचाव की हर कोशिश करें तो डॉ. ओसामा का जवाब था कि जिंदगी और मौत अल्लाह के हाथ में है। अपनी परवाह किए बगैर वह लोगों के इलाज में जुटे रहे, जिससे वह संक्रमित हो गए।