प्रकृति की गोद में बसा धार्मिक शहर बागान में हजारों धार्मिक इमारतें और पैगोडा हैं। भौगोलिक रूप से दो भागों- ऊपरी और निचले बागान में विभाजित शहर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों, बौद्ध मंदिरों, मठों, स्तूपों और स्मारकों के लिए जाना जाता है। धार्मिक मामले और संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, बागान पुरातत्विक स्थल 42 वर्ग मील से बढ़कर 62 वर्ग मील हो गया है।
भारत के 37 स्थान हैं विश्व धरोहर बता दें पिछले महीने ही भारत के एक और ऐतिहासिक स्थल को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है। यूनेस्को ने विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको इमारतों को इस सूची में शामिल किया है। इससे पहले ही देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की एलिफेंटा गुफाओं और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन (विक्टोरिया टर्मिनस) यूनेस्कों की सूची में है। यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 42वें सत्र में यह फैसला लिया गया। इस तमगे से देश में विश्व धरोहर स्थलों की संख्या बढ़कर अब 37 हो गई है।
दुनिया में विश्व धरोहरों की संख्या हुई 1,092 बहरीन की राजधानी मनामा में विश्व विरासत समिति की 42वीं बैठक 19 नए स्थलों को विश्व धरोहर सूची में जगह दी गई। यह बैठक 24 जून को शुरू हुई थी और इसमें 13 सांस्कृतिक स्थलों, तीन प्राकृतिक स्थलों और तीन मिले-जुले स्थलों को धरोहर सूची में जगह दी घई। विश्व धरोहर सूची में अब 167 देशों के 1,092 स्थल शामिल हैं। समिति की अगली बैठक अजरबैजान की राजधानी बाकू में होगी।