ऑस्ट्रेलियाई पीएम पर फेंका अंडा, 25 वर्षीय महिला को किया गिरफ्तार हत्या की जांच पर काम कर रहे थे 17 अप्रैल से शुरू हुए पारंपरिक नए साल के समय के आसपास कैदियों को मुक्त करने के लिए अधिकारियों के लिए म्यांमार में यह प्रथा है। गौरतलब है कि वा लोन और क्यॉ सो ओओ अगस्त 2017 में पश्चिमी म्यांमार के राखाइन राज्य में सुरक्षा बलों और बौद्ध नागरिकों द्वारा 10 रोहिंग्या मुस्लिम पुरुषों और लड़कों की हत्या की जांच पर काम कर रहे थे। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, इस ऑपरेशन के कारण 730,000 से अधिक रोहिंग्या को बांग्लादेश में भागने पर मजबूर होना पड़ा। रिपोर्ट को लेकर पत्रकारों को पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। म्यांमार के सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल में पत्रकारों की अंतिम अपील को खारिज कर दिया था।
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