क्या है म्यांमार जुंटा का बड़ा फैसला?
हाल ही में म्यांमार जुंटा ने अपने देश के 2,153 कैदियों को माफ करने का फैसला लिया है। ये सभी कैदी देश की आर्मी का विरोध करने के आरोप में जेल में सज़ा काट रहे थे। म्यांमार जुंटा ने अपने देश में कानून बनाया हुआ है कि आर्मी का विरोध करना जुर्म माना जाता है। ऐसा करें वालों के लिए 3 साल की जेल की सज़ा का प्रावधान है।
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म्यांमार जुंटा के फैसले की वजह म्यांमार जुंटा ने अपने देश के 2,153 कैदियों, जो आर्मी का विरोध करने की वजह से जेल की सज़ा काट रहे थे, उन्हें माफ करके रिहा करने का फैसला एक वजह के चलते लिया है। दरअसल देश में इस साल 3 मई का दिन कसोन फुल मून डे (Kasone Full Moon Day) के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन को भगवान बुद्ध के जन्मदिन के फेस्टिवल के रूप में मनाया जाता है। इसी वजह से म्यांमार जुंटा ने अपने देश के 2,153 कैदियों को माफ करने और रिहा करने का फैसला लिया है, जिस बात की जानकारी उन्होंने एक बयान के ज़रिए दी।