बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद आतंकी संगठन एलओसी (LOC) से हटकर अफगानिस्तान सीमा की ओर चले गए हैं। उन्हें पाक एजेंसी ने हिदायत दी है कि वह भारतीय सीमा दूर रहें। इस तरह से पाकिस्तान दुनिया को दिखाना चाहता है कि उसने कार्रवाई कर लाइन आफ कंट्रोल (LOC) से आतंकियों को हटा दिया है। वह इन संगठनों को छिपाकर अपनी पीठ थपथपाना चाहता है। दरअसल अमरीका और भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरों टॉलरेंस चाहते हैं। ऐसे में दुनिया की सहानुभूति पाने के लिए वह नई रणनीति पर काम कर रहा है।
एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान अपने सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को मजबूत कर रहा है और भविष्य में भारत से अधिक तीव्रता के हमले की आशंका के कारण सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। आतंकी शिविरों पर आईएएफ के अचानक और सटीक हमले ने पाकिस्तान को पूरी तरह से अनजान बना दिया था और अपने सशस्त्र बलों पर जवाबी कार्रवाई करने के लिए दबाव बढ़ा दिया था।
केंद्र ने जोर देकर कहा है कि बालाकोट में भारतीय वायु सेना के हमले के बाद पाकिस्तान से घुसपैठ में 43 प्रतिशत की कमी आई है। मंगलवार को संसद में एक लिखित जवाब में, गृह मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा बलों के केंद्रित और समन्वित प्रयासों के कारण,जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में 2018 की पहली छमाही में सुधार देखा गया है।
भारतीय वायुसेना ने फरवरी 2019 में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान के बालाकोट के अंदर एक बड़ा हवाई हमला किया था। इस में आतंकियों के तीन शिविरों को तबाह कर दिया गया था। बताया गया है कि हमले में करीब 200 से अधिक आतंकी मारे गए थे। यह हमला सुबह साढ़े तीन बजे किया गया था।