आईएस सरगना बगदादी के बाद नासिर बना दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा, अमरीका ने लगाया बैन 50 करोड़ डॉलर की डील फाइनल की है इस डील के तहत रूस जीएसएल को डिजाइन, टेक्नॉलजी और कुछ सामग्री देगा जिससे भारत में जहाजों का निर्माण किया जा सके। जीएसएल के सीएमडी शेखर मित्तल ने बताया कि उन्होंने गोवा में दो युद्धपोत बनाने के लिए रूस के साथ 50 करोड़ डॉलर की डील फाइनल की है। उन्होंने बताया कि साल 2020 में जहाजों का निर्माण शुरू होगा और पहला युद्धपोत सेना में शामिल होने के लिए 2026 में बनकर तैयार होगा,जबकि दूसरे के 2027 तक तैयार होने की उम्मीद है।
दमदार होगा मिसाइल युद्धपोत रूस जिन दो युद्धपोतों को बनाने के लिए भारत को मदद दे रहा है, उनकी खासियत काफी दमदार है। बताया जा रहा है कि ये दोनों युद्धपोत सोनार और रेडार की पकड़ में नहीं आएंगे। स्टील्थ टेक्नोलजी के कारण दुश्मन के इलाके में इन्हें अपने मिशन को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी। जहाजों को आधुनिक मिसाइल और दूसरे हथियारों से लैस किया जाएगा।
जहाजों को लेकर एक और डील भारत और रूस एक अरब डॉलर की एक अन्य डील पहले ही फाइनल कर चुके हैं। इसके तहत रूस 2023 तक भारत को दो युद्धपोत देगा। खास बात यह है कि S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की खरीद को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर के छह महीने के बाद मंगलवार को रूस से यह बड़ी डील की गई है। दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने कई रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा रखा है। अमेरिका ने कहा है कि जो देश रूस की डिफेंस कंपनियों के साथ डील करेंगे, उन्हें भी कासता कानून के तहत प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि रूस से एक के बाद एक डील करने के बाद भी भारत को उम्मीद है कि अमेरिका उसे छूट देगा।
भारत ने रूस के साथ एस-400 की डील की गौरतलब है कि हाल ही में अमरीकी प्रतिबंधों की चुनौती को दरकिनार करते हुए भारत ने रूस के साथ एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम्स की डील की है। रूस करीब पांच अरब डॉलर यानी 40 हजार करोड़ रुपए में S-400 डिफेंस सिस्टम की पांच रेजिमेंट्स भारत को बेचेगा। यह डिफेंस सिस्टम भारत को 2020 में मिलेगा,जिससे देश की एयर फोर्स मजबूत होगी।