वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC) पर किसी भी प्रकार से चीनी हमले का जवाब देने के लिए भारत तैयार है। LAC पर चीनी लडाकू जेट ( Chinese Fighter Jet ) और हेलीकॉप्टर दिखाई देने के बाद अब भारत ने भी अपने उच्च मारक क्षमता वाले हथियार तैनात कर दिए हैं। भारतीय सेना ने अभी हाल ही में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में हवा में दूर तक मार करने वाली आकाश मिसाइलें ( Akash Missile ) तैनात की हैं।
India China Tension: 134 सैटेलाइट फोन टर्मिनल के साथ लद्दाख में चीन को सबक, भारत बढ़ा रहा ताकत
सूत्रों के मुताबिक, चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ( Indian Armed Forces ) ने लद्दाख क्षेत्र में वायु रक्षा प्रणाली तैनात की है। रिपोर्टों के अनुसार, चीनी वायु सेना से संभावित हवाई खतरे और भारतीय वायु अंतरिक्ष के संभावित उल्लंघन का सामना करने के लिए रक्षा बलों ने पूर्वी लद्दाख में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM ) सिस्टम तैनात किया है।
चीन ने सुखोई-30 को किया है तैनात
रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने पिछले दो हफ्तों में सीमा पर गतिविधियां काफी बढ़ा दी है। चीनी वायुसेना ( China Air Force ) ने सुखोई-30 और अपने स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स को LAC के पीछे तैनात किया है। इन सभी को LAC के पास 10 किलोमीटर के दायरे में उड़ान भरते देखा गया है। इसके बाद से भारत ने भी चीन के किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती किया है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि सेक्टर में भारतीय थलसेना और भारतीय वायुसेना दोनों के एयर डिफेंस सिस्टम ( air defense missile systems ) तैनात कर दिए गए हैं ताकि चीनी वायुसेना या उसके हेलीकॉप्टरों की एलएसी पर किसी गलत हरकत से निपटा जा सके। सूत्रों के मुताबिक, भारत जल्द ही रूस से उच्च प्रदर्शन वाली मिसाइलें प्राप्त करेगा और जिसे जल्द ही सीमा पर तैनात किया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, चीनी हेलीकॉप्टरों ने लद्दाख सीमा पर भारतीय क्षेत्र के बहुत करीब से उडान भरी थी, जिसमें उत्तरी उप क्षेत्र (दौलत बेग ओल्डी सेक्टर), गलवान घाटी के पास पैट्रोलिंग पॉइंट 14, पैट्रोलिंग पॉइंट 15, पैट्रोलिंग पॉइंट 17 और 17 ए (हॉट जोन स्पि्रंग्स) के साथ-साथ पैंगोंग त्सो और फिंगर-3 जोन का इलाका शामिल है।