विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन आतंकी हमलों ने आतंक और आतंकवादियों को शरण देने वालों के खिलाफ दुनिया के एकमत से खड़े होने की आवश्यकता को सुदृढ़ किया है। बता दें कि गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के पास हुए दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों की ओर से भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोग की मौत हो गई है।
इनमें 13 अमरीकी सैनिक बताए जा रहे हैं, जबकि अन्य अफगान नागरिक हैं। हमले में 140 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS-K ( ISIS-Khorosan ) ने घातक दोहरे हमले की जिम्मेदारी ली है।
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काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाकों की भारत ने कड़ी निंदा की है। मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटरनल एफेयर्स के प्रवक्त अरिंदम बागची ने कहा कि, इस आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है।
काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाकों की भारत ने कड़ी निंदा की है। मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटरनल एफेयर्स के प्रवक्त अरिंदम बागची ने कहा कि, इस आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है।
बम धमाकों के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तरफी मची रही. एयरपोर्ट से आई तस्वीरों में लोग लहूलुहान होकर भागते हुए दिखे। पहला धमाका एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर हुआ तो दूसरा धमाका बरून होटल के पास हुआ।
काबुल में हुए धमाकों की आतंकी समूह ISIS-K ने समूह के टेलीग्राम अकाउंट पर काबुल हवाई अड्डे पर हुए घातक दोहरे हमले की जिम्मेदारी ली है। ब्रिटिश डिफेंस सूत्रों ने बताया कि ये दोनों विस्फोट कार बम और आत्मघाती हमलावर की तरफ से किए गए हैं।
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बताया जा रहा है कि हमलावर ने उन लोगों को निशाना बनाकर हमला किया जो गर्मी से बचने के लिए घुटनों तक पानी वाली नहर में खड़े थे और इस दौरान शव पानी में बिखर गए।
बताया जा रहा है कि हमलावर ने उन लोगों को निशाना बनाकर हमला किया जो गर्मी से बचने के लिए घुटनों तक पानी वाली नहर में खड़े थे और इस दौरान शव पानी में बिखर गए।