भारत की मांग मानने को तैयार इमरान
न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में इमरान खान ने भारत की मांग मानने का संकेत भी दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे। इमरान ने कहा कि आतंकवाद पाक के हित में नहीं है। कश्मीर मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसे सुलझाना नामुमकिन नहीं है। शांति मुद्दे पर भारत से बातचीत को लेकर उन्होंने कहा कि सिर्फ एक तरफ से यह संभव नहीं है। इसके लिए भारत सरकार को भी आगे आना होगा।
कई बार भारत कर चुका है बातचीत से इनकार
इससे पहले प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद इमरान खान ने भारत से बातचीत के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन भारत सरकार की तरफ से हर बार कहा गया कि जब तक सीमा पार से आतंकवाद नहीं रुकता तब तक शांति बहाली पर वार्ता नहीं हो सकती। भारत का कहना है कि कश्मीर में आतंकवाद रुकने पर ही पाकिस्तान से बातचीत संभव है।