G20 में बिल पर बात करने की अनुमति नहीं: बीजिंग
सोमवार को इस बारे में बीजिंग की ओर से एक बयान जारी किया। बता दें कि वैश्विक नेता ही नहीं, खुद प्रदर्शनकारी भी चाहते थे कि वो अपनी बात अंतरराष्ट्रीय समुदायों के सामने रखें। लेकिन, अब चीन ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया है। चीन के विदेश मामलों के सहायक मंत्री झांग जून ने इस मामले में दिए अपने बयान में कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि G20 में हांगकांग के मामलों पर चर्चा नहीं की जाएगी। हम G20 को हांगकांग के मामलों के बारे में बात करने की अनुमति नहीं देंगे।’
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क्या है इस बिल में और पूरा विवाद?
बता दें कि इस प्रत्यर्पण बिल का हांगकांग के लोगों में जबरदस्त विरोध है। इस प्रस्तावित बिल में प्रावधान है कि हांगकांग के किसी भी संदिग्ध या आरोपी को चीन प्रत्यर्पित किया जा सकता है। कई विशेषज्ञों समेत प्रदर्शनकारी इस हांगकांग और उसकी कानून प्रणाली पर खतरा बता रहे हैं। प्रदर्शन ने पिछले हफ्ते काफी उग्र रूप ले लिया था, जिसके बाद हांगकांग की सुप्रीम नेता कैरी लैम ने इस सस्पेंड करने का ऐलान किया था। इसके साथ इन प्रदर्शनों के दौरान आम लोगों को हुई दिक्कत के लिए भी हांगकांग नेता ने माफीनामा पेश किया था। हालांकि, अब प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इस बिल को स्थाई रूप से निरस्त करने का फैसला लिया जाए।