चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के एक पूर्व शीर्ष पदाधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई का गायब होना मीडिया सहित दुनिया भर में सुर्खियों में बना हुआ है।
चीन में पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। यहां किसी मामले के चर्चा में आने के बाद लोग हमेशा के लिए लापता हो जाते हैं और उनकी कभी कोई खबर नहीं आती। इस बार चीन की नामचीन खिलाड़ी पेंग के लापता होने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, कई ऐसे मामले हैं जहां राजनीतिक असंतुष्टों, मनोरंजन जगत के लोगों, कारोबारियों और अन्य ऐसे लोग शामिल हैं जिन्होंने अधिकारियों की बात नहीं मानीं, वे हमेशा के लिए गायब हो गए। टेनिस जगत और वैश्विक मीडिया में आक्रोश के बाद चीनी अधिकारियों ने करीब दो सप्ताह पहले ग्रेंड स्लैम डबल्स की चैंपियन पेंग के ऑनलाइन आरोपों पर सीधे तौर पर कोई ध्यान नहीं दिया।
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पेंग ने कहा कि पार्टी की सबसे शक्तिशाली पोलितब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष और सदस्य झांग गाओली ने उनका यौन उत्पीड़न किया। पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली जो अब 75 साल के हैं। 2013 में विंबलडन में महिला डबल्स में और 2014 में फ्रेंच ओपन में जीतने वाली दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी 35 वर्षीय पेंग तीन बार ओलंपिक में भी भाग ले चुकी है। बीजिंग में चार फरवरी से विंटर गेम की शुरुआत होनी है और इस लिहाज से पेंग का लापता होना और चर्चा में है। पेंग ने दो नवंबर को एक लंबे-चौड़े सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि झांग ने तीन साल पहले जबरन उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की जबकि वह बार-बार मना करती रहीं। यह पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर उनके सत्यापित अकाउंट से जल्द ही हटा दी गई। हालांकि, इस सनसनीखेज खुलासे के स्क्रीनशॉट चीन में इंटरनेट पर फैल गए।
चीन कहने को तो ‘कानून से चलने वाला’ राष्ट्र है लेकिन अंतत: देश पर पकड़ कम्युनिस्ट पार्टी की है और प्रवर्तन के कई अंधेरे क्षेत्र हैं। प्रेस और सोशल मीडिया पर नियंत्रण होने से लोगों के गायब होने की खबरें बंद दरवाजों में रखना अधिकारियों के लिए संभव हो पाता है। पेंग से पहले भी कई जानेमाने लोग अचानक ही लापता हो गए जिनमें कारोबारी क्षेत्र के अग्रणी जैक मा और लोकप्रिय अभिनेत्री फान बिंगबिंग शामिल हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा ने अक्टूबर 2020 में एक भाषण में नियामकों को बहुत अधिक रूढ़िवादी बताया था और उसके बाद से वह सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए। दो महीने बाद जनवरी 2020 में वह अलीबाबा की ओर से जारी वीडियो में नजर आए लेकिन अपने लापता होने के बारे में उन्होंने इसमें कुछ नहीं बताया। फान भी तीन महीने के लिए लापता हुई थीं जिसके बाद खबर आई कि कर अधिकारियों ने उन्हें और उनकीं कंपनियों को 13 करोड़ डॉलर के कर और जुर्माना अदा करने को कहा।
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