UN महासभा में ब्रिटेन ने भारत को सराहा, कहा- कोरोना वायरस से लड़ने में दिया बड़ा योगदान मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में एक आर्मेनियन महिला और बच्चे की भी जान गई। वहीं आर्मेनियन अलगाववादियों की गोलीबारी में एक अजरबैजानी परिवार में पांच सदस्यों की मौत हो गई। रविवार को दिनभर विवादित अलगाववादी क्षेत्र नागोर्नो-कारबाख इलाके दोनों पक्षों के बीच संघर्ष जारी रहा। मीडिया रिपोर्ट अनुसार, आर्मेनिया ने मार्शल लॉ का ऐलान किया है। इसके साथ विवादित क्षेत्र अजरबैजानियों से संघर्ष को लेकर सेना के जुटने का आदेश जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच रविवार को जमकर गोलीबारी हुई। आर्मेनिया ने पड़ोसी अजरबैजान पर नागोर्नो-कारबाख इलाके में बस्तियों को उजाड़ने का आरोप लगाया है। वहीं अजरबैजान ने संघर्ष को अपने बचाव की गई जवाबी कार्रवाई बताया है। बता दें कि नागोर्नो-कारबाख के क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अजरबैजान के हिस्से के रूप में दर्शाया गया है। इस पर आर्मेनियन सैनिकों का कब्जा है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है।
Saudi Arab में झील किनारे मिले 1.20 लाख वर्ष पुराने निशान, इंसान के होने के साक्ष्य मिले अजारबैजान ने शुरू किया हमला सोवियत रूस से अगल हुए आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है। दोनों देश इसपर अपना अधिकार जताना चाहते हैं। इसी को लेकर बीते जुलाई में दोनों देशों में झड़प हुई थी, इसमें 16 लोगों की मौत हुई थी।
आर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि सबसे पहले अजरबैजान ने हमले की शुरुआत की। बयान के अनुसार अजरबैजान की सेना ने क्षेत्रीय राजधानी Stepanakert के रिहायशी इलाकों पर स्थानीय समयानुसार सुबह 08:10 बजे हमले की शुरूआत की। जवाबी हमले में आर्मेनिया के सैनिकों ने अजरबैजान के दो हेलीकॉप्टरों और तीन ड्रोनों को मार गिराया है।
इसलिए छिड़ी है जंग बता दें कि 1994 की लड़ाई के बाद से नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र अजरबैजान के नियंत्रण में नहीं है। मगर अजरबैजान इसे अपना मानता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसका ऐलान कर चुका है। इससे पहले 1991 में इस इलाके के लोगों ने खुद को अजरबैजान से स्वतंत्र घोषित कर आर्मेनिया का हिस्सा बताया था।