चीनी मीडिया ने किया ये दावा
बताया जा रहा है कि चीन हाइपरसोनिक विमान की रफ्तार को जरुरत पड़ने पर बढ़ा और घटा भी सकता है। चीनी मीडिया ने कहा है कि यह विमान परमाणु हथियार ले जाने वाले विमानों से बेहतर तरीके से हमला कर सकेगा। दरअसल चीन अमरीका और रूस के बराबर अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाना चाहता है। चीनी वैज्ञानिक विमानों की मारक क्षमता को अचूक बनाना चाहते हैं। तीन तरह की हाइपरसोनिक विमान मिसाइलों का परीक्षण भी इसी का हिस्सा है।
भारत-अमरीका-जापान की बढ़ेगी मुश्किलें
बता दें कि चीन की बढ़ती सैन्य ताकत भारत, अमरीका और जापान के लिए भी खतरा पैदा करेगी। इसी साल जनवरी महीने में अमरीकी खुफिया विभाग की रिपोर्ट की मानें तो चीनी मिसाइल आने वाले समय में तीनों देशों के सैन्य ठिकानों पर सटीक तरीके से निशाना लगाने में भी सक्षम होगी। पिछले महीने भी चीन ने पहली बार स्टारी स्काय-2 नामक हाइपरसोनिक ग्लाइडर का परीक्षण किया था। इसे रॉकेट के जरिए छोड़ा गया था। फिलहाल चीन के इस परीक्षण पर अंतररष्ट्रीय समुदाय की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.