दरअसल, चीन में 2022 में शीतकालीन ओलंपिक ( Winter Olympic 2022 ) होने वाले हैं। उससे पहले ओलंपिक के लिए मेजबानी करने वाले दो शहरों ( बीजिंग और झांगजियाकौ ) को एक साथ जोड़ने के लिए स्मार्ट और हाईस्पीड ट्रेन ( High Speed Train ) की शुरुआत की है।
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चीन का दावा है कि बीजिंग से झांगजियाकौ के बीच चलने वाली ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ेगी, जो कि दुनिया की पहली स्मार्ट और हाईस्पीड ट्रेन है।
ड्राइवरलेस है यह स्मार्ट ट्रेन
चीन ने बताया है कि इस हाईस्पीड ट्रेन में हर तरह की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है। इसमें 5जी सिग्नल वायरलेस चार्जिंग और स्मार्ट लाइटिंग के साथ सभी सुविधाएं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कनेक्ट है।
जबकि यह ट्रेन चालक रहित यानी ड्राइवरलेस है। बताया गया है कि इस ट्रेन को बनाने में चीन ने 56,496 करोड़ रुपये खर्च किया है। इस ट्रेन में इस्तेमाल सभी तरह की तकनीक के साथ जीपीएस सिस्टम यानी Beidou को भी खुद चीन ने ही तैयार किया है। बता दें कि चीन ने 2022 में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक को देखते हुए विशेष रूप से इस ट्रेन की शुरुआत की है।
रोबोट करेंगे ट्रेन का रखरखाव और मरम्मत
चीन दावा किया है कि यह ट्रेन पूरी तरह से ड्राइवरलेस है। हालांकि इसमें एक व्यक्ति ड्राइवर बोर्ड पर होगा, जो आपात स्थिति पर नजर रखेगा।
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सबसे बड़ी बात कि अत्याधुनिक तकनीकों से लेस इस ट्रेन का रखरखाव और मरम्मत का काम रोबोट करेंगे। इस ट्रेन ने सोमवार को बीजिंग से झांगजियाकौ के बीच 174 किमी का सफर किया। बीजिंग से झांगजियाकौ के बीच 10 स्टॉप बनाए गए हैं। ट्रेन को यह दूरी पूरी करने में 47 मिनट का समय लगा।
चाइना स्टेट रेलवे ग्रुप ने बताया है कि स्वयं स्वचालित फक्सिंग बुलेट ट्रेन जिसका नाम ‘रिजुवेनेशन’ है। फिलहाल यह ट्रेन रेल लाइन पर चलती है, जो चीन के विस्तार वाले हाईस्पीड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क का एक अहम हिस्सा है।
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