अमरीका में आयोजित होने वाले लोकतंत्र सम्मेलन पर चीन ने सवाल उठाए हैं। 4 दिसंबर को पेइचिंग में लोकतंत्र : सभी मानव जाति का सामान मूल्य शीर्षक अंतरराष्ट्रीय मंच के उद्घाटन समारोह में चाइना मीडिया ग्रुप के महानिदेशक शन हाईश्योंग ने भी संबोधित किया। उन्होंने अमरीका की ओर से अमरीकी लोकतंत्र के प्रसार से उत्पन्न नकारात्मक परिणामों की गणना करते हुए कहा कि अमरीकी लोकतंत्र बेहद गंभीर रूप से बीमार हो चुका है। शन हाईश्योंग ने अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद विरोधी आधार पर अमरीकी सेना द्वारा तथाकथित सटीक हमले के तहत अपने प्रियजनों को खोने वाले निर्दोष अफगान लोगों की हताश आंखों को देखते हुए वे सोच रहे हैं कि क्या यही वह लोकतंत्र है जिसे अमरीका दुनिया को बेच रहा है? उन्होंने कहा कि खुद अमरीकी इसे अपने देश में क्यों नहीं आजमाते? क्या जॉर्ज फ्लॉयड, जिसकी पुलिस द्वारा गर्दन दबाने से मौत हुई, उसके जैसे लोगों को अमरीकी राजनयिकों के कथन में लोकतंत्र और मानवाधिकार का आनंद लेते हैं?
शन हाईश्योंग ने कहा कि करीब डेढ़ अरब चीनी लोगों को पूर्ण गरीबी से बाहर निकालने से लेकर दुनिया में अग्रणी में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने तक, फिर सभी स्तरों पर अधिकारियों के लिए शक्ति प्रतिबंध तंत्र की परिपक्वता तक, चीन में लोकतंत्र की पूरी प्रक्रिया द्वारा प्रदर्शित शासन दक्षता, निष्पक्षता और न्याय ने आम लोगों को वास्तविक लोकतंत्र और मानवाधिकारों का अहसास कराया है।
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उन्होंने कहा कि लंबे समय से, इराक से अफगानिस्तान तक, अफ्रीका से लातिन अमरीका में तथा कथित लोकतांत्रिकीकरण से अरब वसंत तक, अमरीका विभिन्न देशों के इतिहास और राष्ट्रीय परिस्थितियों में भारी अंतर की उपेक्षा करता है और अमरीकी लोकतंत्र का जोरदार प्रसार करता है। इससे इन देशों को बड़ा नुकसान पहुंचता है। उनका आर्थिक पतन हो जाता है। स्थानीय लोगों के लिए बड़ी आपदाएं आती हैं और विश्व शांति व स्थिरता को बहुत क्षति पहुंचती है। खासतौर पर बीते कुछ महीनों में कैपिटल हिल की तबाही, महामारी से मरने वालों की संख्या का रिकॉर्ड लगातार ऊंचाई पर रहा। अमरीका के वैश्विक लोकतंत्र का प्रकाशस्तंभ की आभा स्पष्ट रूप से फीकी पड़ गई है। अमरीकी लोकतंत्र स्पष्ट रूप से बहुत गंभीर रूप से बीमार है।
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