समाचार एजेंसी सिन्हुआ की खबर के मुताबिक, सोमवार को शिआन में जियाओतोंग विश्वविद्यालय के दूसरे संबद्ध अस्पताल में 33 वर्षीय इस महिला ने एक बच्ची का जन्म दिया।
कोरोना वायरस का इलाज कर रहे डॉक्टरों पर मंडरा रहा मुसीबत, इस गंभीर बीमारी के हो रहे शिकार
मंगलवार को रोग नियंत्रण और रोकथाम के लिए प्रांतीय केंद्र की ओर से कहा गया कि नॉवेल कोरोना वायरस के साथ इस बच्ची का पहला न्यूक्लिक एसिड टेस्ट का परिणाम नेगेटिव निकला। फिलहाल बच्ची को गहन चिकित्सा विभाग में रखा गया है और अगले कुछ दिनों में उसका दोबारा परीक्षण किया जाएगा।
मां-बच्चे को अलग-अलग वार्ड में रखा गया
अधिकारियों ने बताया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए उचित देखभाल व उपचार के लिए मां और बच्चे को अभी अलग-अलग वार्ड में रखा गया है। अस्पताल के चिकित्सा प्रशासन विभाग के निदेशक लियू मिंग ने कहा कि फिलहाल दोनों की हालत स्थिर है।
लियू के मुताबिक, 7 फरवरी को शान्शी के शांग्लू शहर के केंद्रीय अस्पताल से महिला को एक दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां चिकित्सा विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा कई तरह के उपचार किए गए और कई तैयारियां की गईं, ताकि मां और बच्चे की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
चीन में अब तक 27 विदेशी कोरोना वायरस से संक्रमित, 2 लोगों की हो चुकी है मौत
आपको बता दें कि चीन में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 900 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं।
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