India China Tension: LAC पार कर लद्दाख पहुंचा था चीनी सैनिक, अब भारत ने उसे चीन को सौंपा चीन के साथ रिश्तों को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि तीन दशकों तक संबंध स्थिर रहे क्योंकि दोनों देशों ने नई परिस्थितियों और विरासत में मिली मुश्किलों का सामना किया। सीमा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण माहौल ने अन्य क्षेत्रों में समन्वय के विस्तार के लिए आधार उपलब्ध कराया है। विदेश मंत्री के अनुसार सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए समझौते को पूरी निष्ठापूर्वक सम्मान किया जाना चाहिए। इस दौरान वे सरदार पटेल स्मारक का व्याख्यान दे रहे थे।
गौरतलब है कि बीते हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति और अमन-चैन गंभीर रूप से बाधित हुआ है। जाहिर तौर पर इससे भारत तथा चीन के बीच रिश्तों में कड़वाहट उत्पन्न हो रही है। जयशंकर ने पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच पांच महीनों चले विवाद को लेकर बयान दिए हैं।
France: दोबारा लॉकडाउन के ऐलान से खलबली, पेरिस की सड़कों पर लगा 700 KM लंबा जाम जयशंकर ने अपनी पुस्तक ‘द इंडिया वे पर आयोजित एक वेबिनार में कहा कि चीन-भारत सीमा का सवाल बहुत जटिलता लिए हुए हैं। विदेश मंत्री के अनुसार भारत और चीन के संबंध ‘बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। 1980 के दशक के अंत से दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते बेहतर रहे हैं।