बांग्लादेश सरकार ने हाल में हुए सांप्रदायिक झड़पों को लेकर कहा है कि इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 4 मुस्लिम हैं और 2 हिंदू। कई जगह इसे मरने वालों की संख्या बढ़चढ़कर बताई जा रही है जो कि गलत है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने कहा है कि किसी के साथ बलात्कार नहीं हुआ और एक भी मंदिर को नष्ट नहीं किया गया। हालांकि देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के साथ बर्बरता और हिंसा की गई है जो दुर्भाग्यपूर्ण थी और नहीं होनी चाहिए थी। सरकार ने तत्काल कारवाई में अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है और अब वे पुलिस हिरासत में हैं।
विदेश मंत्री ने मीडिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हिंसा को लेकर गलत ख़बरें शेख हसीना सरकार को शर्मिदा करने के लिए फैलाई गईं। उन्होंने कहा है कि हम दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच कर रहे हैं। हम हर गलत काम करने वाले को न्याय दिलाने को लेकर काम कर रहे हैं।
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हम इस घटना की भी जांच कर रहे हैं जिसमें एक व्यक्ति ने पवित्र कुरान की एक प्रति एक देवता के पैर के पास छोड़ दी थी जिसके बाद सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया था। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हिंदुओं पर हमलों के संबंध में देश में कम से कम 71 मामले दर्ज किए गए हैं और लगभग 450 को सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह भी पढ़ें
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