धमाके के कारणों पता नहीं चल पाया
मीडिया रिपोर्ट में घायलों में से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक धमाका खैबर पख्तूनख्वा के हंगू इलाके में हुआ। सुरक्षा सूत्रों के हवाले से मीडिया में कहा जा रहा है, “रिमोट कंट्रोल बम एक मोटरसाइकिल से जुड़ा था।” फिलहाल धमाके के कारणों पता नहीं चल पाया है। घटनास्थल पर मौजूद रहे लोगों ने बताया कि धमाकों के बाद पूरे इलाके की सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर दी है। साथ ही उन्होंने अपना ऑपरेशन शुरू किया है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने इस संबंध में खबर लिखे जाने तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
पाक के सबसे सुरक्षित इलाकों में से एक को बनाया निशाना
खैबर पख्तूनख्वा से पहले शुक्रवार की सुबह कराची स्थित चीनी दूतावास के पास भी एक बड़ा बम धमाका हुआ है। आपको बता दें कि ये इलाका पाक के सबसे सुरक्षित इलाकों में से एक है। कराची के क्लिफटॉन एरिया में हुए इस धमाके और गोलीबारी में दो पुलिस कर्मियों की मौत हुई है। पाक के स्थानीय मीडिया के मुताबिक इस घटना के पीछे करीब चार हमलावरों का हाथ है। इनमें से तीन मारे गिराए जा चुके हैं।
इमरान जताया घटना पर शोक
पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विस्फोट की निंदा की और लोगों का मूल्यवान जीवन खत्म होने पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हम शहीदों के सर्वोच्च सम्मान के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके परिवारों के लिए सहानुभूति व्यक्त करते हैं।” उन्होंने कहा कि घायलों के लिए बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री महमूद खान ने हमले के बाद कहा, “हमारे दुश्मन प्रांत में शांति से खुश नहीं हैं।” मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने इस हमले को ‘अफगानिस्तान में अमरीका की नाकामी का नतीजा’ बताया।
क्या ये है आतंकियों के साजिश का कारण?
यहां गौर करने वाली ये बात भी है कि इन धमाकों से एक दिन पहले ही भारत ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर योजना को मंजूरी दी थी। इसके बाद पाक सरकार ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए जल्द ही गुड न्यूज देने की बात कही थी। अब ऐसे में एक ही दिन बाद इस तरह के धमाके सवाल खड़ा करते हैं कि क्या आतंकियों ने इस परियोजना के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया है।