वहीं देश छोड़ देने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि आज मेरे सामने एक कठिन चुनाव था कि मुझे हथियारों से लैस तालिबान का सामना चाहिए, जो महल में घुसना चाहता थे या मुझे अपने प्यारे देश अफगानिस्तान को छोड़ना चाहिए।
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उन्होंने बीते बीस वर्षों में अफगानिस्तान की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करा है। अगर मैं तालिबान से लड़ने का चुनाव करता तो कई आम नागरिकों की जान चली जाती। काबुल हमारी आंखों के सामने तबाह होता। इस 60 लाख की आबादी वाले शहर में बड़ी मानवीय त्रासदी देखनी पड़ती।
चार कारों में नकदी के साथ गनी ने छोड़ा अफगानिस्तान
वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा करा गया है कि अशरफ गनी नकदी से भरी हुई चार कारों और एक हेलीकॉप्टर के साथ काबुल से बाहर निकले थे। रिपोर्ट के अनुसार जगह न होने के कारण उन्हें कुछ पैसा वहीं पर छोड़ दिया। फिलहाल अशरफ गनी कहां हैं, इसकी पूरी सूचना किसी के पास नहीं है। माना जा रहा है कि वह अमरीका जाने की तैयारी में हैं।