इस्लामाबाद। पाकिस्तान आर्मी चीफ ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि नौ आतंकवादियों को फांसी पर लटकाएगा। जिन आतंकियों को फांसी पर चढ़ाया जाएगा वह सभी पाकिस्तान के भिन्न भिन्न स्थानों पर किए गए आतंकी हमलों में शामिल थे। एक पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक तहरीक-ए-तालीबान पाकिस्तान के एक सदस्य मौहम्मद गौरी दिसंबर 2009 में रावलपिंडी में परेड लेन मस्जिद हमले में शामिल था। इसमें करीब 38 लोग मारे गए थे और 57 घायल हुए थे। गौरतलब है कि पाकिस्तान में पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर दिसंबर 2014 हमले के बाद मौत की सजा पर लगी रोक हटा दी गई, जिसके बाद से 2015 में 326 दोषियों को फांसी दी जा चुकी है। पेशावर आर्मी स्कूल पर हुए हमले में 136 स्कूली बच्चों सहित 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। हरकत-उल-जेहाद-ए-इस्लाम का सदस्य अब्दुल कय्यूम दिसंबर 2009 में मुल्तान में आईएसआई के मुख्यालय पर हुए हमले में शामिल था, जिसमें सात लोग मारे गए। तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान का आतंकवादी मुहम्मद इमरान और अल कायदा आतंकवादी अकसन महबूब पुलिस पर हमले में शामिल थे।