बोलें- किसी ने धोखा किया तो मार देंगे या मर जाएंगे
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मुकेश वास्केल ने कहा कि हम आदिवासी पहले हिंदू हैं और सनातन हमारा धर्म है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम, कृष्ण और शिव हमारे भगवान हैं। त्रेता युग में भगवान राम के साथ वनवास में हमने 14 साल गुजारे हैं। हमारा इतिहास बड़ा प्राचीन है हमारे पूर्वज योद्धाओं ने मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति दी है।
हमारे पूर्वजों में बिरसा मुंडा, टांट्या भील मामा, रानी दुर्गावती जैसे त्यागी बलिदानी हुए हैं। किसी ने धर्मांतरण को धोखा किया तो मार देंगे, नहीं तो खुद मर जाएंगे। धर्म परिवर्तन करके जनजातीय समाज के लोगों ने समुदाय को कलंकित किया है और जनजातीय समुदाय को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ भी ले रहे हैं।
यह भी खास : विधायक भी हुए शामिल, साथ में किया भोजन
कार्यक्रम में अशोकनगर विधायक जजपालसिंह जज्जी भी शामिल हुए। जिन्होंने कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी लोगों के साथ में बैठकर खाना खाया और सभी लोगों के साथ मटके का पानी भी पिया। इस दौरान बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए।
बिरसा मुंडा, टांट्या भील के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, इसके बाद शहर में डीलिस्टिंग महारैली निकाली गई।
महिलाएं तपती धूप व गर्म हवाओं के बीच गोद में बच्चों को और हाथों में डीलिस्टिंग के स्लोगन लिखी हुई तख्तियां लेकर शामिल हुईं।
कई दिव्यांग लोग भी शामिल हुए, एक वृद्ध का पैर नहीं था और वह पाइप बांधकर और वैशाखी के सहारे रैली में शामिल हुआ।
साथ ही कहा गया कि हम सनातन धर्म के लोग हैं, बलपूर्वक व लालच देकर समुदाय के लोगों का धर्मांतरण कराया गया जो घर वापसी करें।