अशोकनगर जिले की सीमाएं सिंध, बेतवा, ओर और कैथन नदियों द्वारा निर्धारित हैं। कई गांव इन नदियों के दूसरी ओर स्थित हैं, जो अन्य जिलों और तहसीलों के करीब हैं लेकिन वर्तमान में अशोकनगर जिले में ही आते हैं। इस कारण से इन गांवों के लोगों को जरूरी कामों के लिए कई किलोमीटर जिला मुख्यालय या तहसील तक आना होता है जिसके कारण खासी परेशानी होती है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए सितंबर महीने में पुनर्गठन आयोग का गठन किया गया था और ग्वालियर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर से सुझाव मांगे गए थे।
वर्तमान में अशोकनगर जिले के अखाईघाट, छैवलाई और घुरवार कलां गांव जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर हैं जबकि शिवपुरी के बदरवास तहसील से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर हैं। बायंगा और किरोंदा को नईसराय तहसील में जोड़ने का सुझाव चंदेरी तहसील के गांव सुरेल की चंदेरी से दूरी 40 किलोमीटर है, जबकि ईसागढ़ से यह सिर्फ 24 किलोमीटर है। पिपरई तहसील का अरोन गांव चंदेरी के नजदीक है। चंदेरी विधायक ने शाढ़ौरा तहसील के गांव उमरी, बायंगा और किरोंदा को नईसराय तहसील में जोड़ने का सुझाव दिया है। वहीं अशोकनगर तहसील के कुछ गांवों को नजदीकी तहसीलों से जोड़ने के प्रस्ताव भी है।