केपी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा- “पहले जो सांसद थे, उनके चरण चुंबन करने वो (महिला कलेक्टर) गांव-गांव पहुंच जाती थीं। अगर एक सांसद खुद कलेक्ट्रट आया है और वो ज्ञापन नहीं ले सकती हैं तो मैं सड़क पर प्रदर्शन करूंगा क्योंकि मुझे यहां की जनता ने सांसद बनाया है। इस दौरान बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता वहां मौजूद थे।
भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान इस भीड़ ने कलेक्ट्ररेट परिसर में घुसने का प्रयास किया किन्तु प्रशासन ने उन्हें रोक दिया था। जिसके बाद ज्ञापन देने के लिए भाजपाइयों ने कलेक्ट्ररेट के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला मोर्चा की महिलाओं ने जिला प्रशासन को चूडियां दिखाईं और जमकर हंगामा किया। अशोकनगर में पंचायतों का सीमांकन किए जाने के खिलाफ बीजेपी ने जंगी प्रदर्शन किया।
बता दें कि गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) थे। इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया अपना लोकसभा चुनाव ( Loksabha Election ) हार गए हैं। केपी यादव पहले सिंधिया समर्थक थे लेकिन 2019 का लोकसभा चुनाव इस बार उन्होंने भाजपा की टिकट पर लड़ा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर केपी यादव सांसद बने हैं।