Read this also: संक्रमण भी लेकर आ रहे मजदूर, कोरोना से एक मौत की पुष्टि, दो की रिपोर्ट बाकी जिला अस्पताल (Ashoknagar district hospital) में सोमवार को डाॅक्टर्स ने जांच के बाद 55 लोगों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए सैंपल देने के लिए लैब भेजा। देर शाम तक जब मिलान कराया जाने लगा तो पता चला कि 44 लोगों ने ही अपने सैंपल दिए जबकि 11 संदिग्धों ने सैंपल ही नहीं दिया। 11 लोगों के बिना सैंपल दिए ही चले जाने से स्वास्थ्य महकमा परेशान हो उठा।
Read this also: मालिक न करें फिर आना पड़े…दो पैसा कम कमाएंगे लेकिन लौटेंगे नहीं अस्पताल सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान जिनको कोरोना संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं उनको ही डाॅक्टर सैंपल देने के लिए भेज रहे हैं। बिना लक्षण वालों के सैंपल नहीं कलेक्ट किए जा रहे हैं। 11 लोगों का जांच में सहयोग नहीं करना गंभीर मामला है। अगर इनमें से कोई भी संक्रमित हुआ तो कईयों की परेशानी बढ़ा देगा।
उधर, इस बाबत जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डाॅ.हिमांशु शर्मा का कहना है कि 55 में 44 लोगों ने सैंपल दिए हैं। 11 लोगों ने सैंपल नहीं दिया, इनसे स्वास्थ्य विभाग की टीम व्यक्तिगत या फोन पर संपर्क कर वापस आकर सैंपल देने के लिए अनुरोध करेगी। इस महामारी से निपटने के लिए सबका सहयोग जरूरी है।
उधर, इस बाबत जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डाॅ.हिमांशु शर्मा का कहना है कि 55 में 44 लोगों ने सैंपल दिए हैं। 11 लोगों ने सैंपल नहीं दिया, इनसे स्वास्थ्य विभाग की टीम व्यक्तिगत या फोन पर संपर्क कर वापस आकर सैंपल देने के लिए अनुरोध करेगी। इस महामारी से निपटने के लिए सबका सहयोग जरूरी है।