अस्पताल में तीन दिन ही सोनोग्राफी जांच रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण वर्तमान में सोनोग्राफी केंद्र का संचालन राजेंद्रग्राम में पदस्थ चिकित्सक डा मोगरे कर रहे हैं। उनकी पदस्थापना राजेंद्रग्राम में है लेकिन जिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट ना होने के कारण तीन दिन उनकी ड्यूटी सोनोग्राफी केंद्र में रहती है। अन्य दिनों में निजी चिकित्सालय से सोनोग्राफी के लिए अनुबंध किया गया है। इसके साथ ही सिविल सर्जन भी आवश्यकता के अनुसार यहां अपनी सेवाएं देती हैं।
पत्राचार तक सीमित विभाग की कार्रवाई जिला चिकित्सालय प्रबंधन बैठकों के दौरान चिकित्सक एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों के रिक्त पदों की जानकारी विभाग को उपलब्ध कराता रहा है। इसके साथ ही वरिष्ठ कार्यालय को इसके लिए पत्राचार भी किया गया है। इसके बावजूद रिक्त पदों की पूर्ति के लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है। इस संबंध में सिविल सर्जन और प्रभारी सीएमएचओ डॉ. एसबी अवधिया का कहना है कि चिकित्सकों की पदस्थापना के लिए वरिष्ठ कार्यालय को पत्राचार किया गया था। जनप्रतिनिधियों की बैठक में भी इसकी जानकारी दी गई थी।
कान में समस्या है, अब तक नहीं मिला इलाज बुखार और कान में दर्द की समस्या को लेकर जिला चिकित्सालय में दाखिल मरीज सोनाराम केवट ने बताया कि चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव है। जिसके कारण काफी परेशानी हो रही है। कान में दर्द की समस्या है लेकिन यहां नाक कान एवं गला रोग विशेषज्ञ न होने के कारण बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है।
पथरी के इलाज के लिए जबलपुर रेफर बिजुरी निवासी ऑटो चालक दिनेश तिवारी पेट में दर्द की शिकायत पर स्थानीय चिकित्सालय में गए। पथरी की समस्या होने पर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। जिला चिकित्सालय में भी पथरी का ऑपरेशन नहीं हो पाया। मेडिकल कॉलेज शहडोल रेफर किया गया। मेडिकल कॉलेज से जबलपुर के लिए रेफर कर दिया गया।