कांग्रेस नेता राहुल सिंह परिहार ने कहा कि जिस समय सड़क का निर्माण किया जा रहा था तभी संबंधित अधिकारियों को बताया गया था कि प्राक्कलन के विपरीत कार्य किया जा रहा है। तब हमारी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। निर्माण के 6 महीने के बाद ही यह सड़क दम तोडऩे लग गई है।
डोला के स्थानीय रहवासी एवं पूर्व जनपद सदस्य शारदा मरावी ने कहा कि सड़क निर्माण में काफी अनियमितता की गई जिसके कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी जांच करते हुए ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। स्थानीय लोगों के काफी संघर्ष के बाद यह सड़क स्वीकृत हुई थी।
नगर परिषद डोला की अध्यक्ष रेनू सुरेश कोल ने कहा कि यह सड़क एसईसीएल की है। नगर परिषद को यह अधिकार नहीं है कि वह मरम्मत कर सके और ना ही इसकी एनओसी एसईसीएल के अधिकरी दे रहे हैं। यदि वह अनुमति दे दें तो नगर परिषद ही सड़क की मरम्मत करा देगी।
अभी मैं मीटिंग में हूं, इस संबंध में जानकारी लेते हुए कार्रवाई की जाएगी। ओमप्रकाश सिंह, एसओ, एसईसीएल हसदेव क्षेत्र