पिता ने हरिद्वार ले जाकर छोडा, माल्टा की दंपती ने अपनाया जिले के ही एक गांव में चार बच्चोंं को छोड़कर मां चली गई। ऐसे में पिता ने भी उन्हें सहारा देने की बजाय हरिद्वार के मंदिर में बैठाकर यह कहकर चला आया कि मां को लेकर आता हूं। वहां से जाने के बाद पिता लौट कर नहीं आया। इन बेसहारा बच्चों को हरिद्वार प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग ने अपने संरक्षण में लेकर उनके घर के बारे में पता लगाया। उन्हें जानकारी होने के बाद अनूपपुर लाया गया और यहां के बाल आश्रय गृह में रखा गया। इन सभी बच्चों को माल्टा की दंपती ने दत्तक पुत्र के रूप में अपनाया है।