अनूपपुर

ठंड बढ़ते ही अस्पताल में बढऩे लगे मरीज, बुजुर्गों और बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत

अनूपपुर. सर्दियों का मौसम प्रारंभ होते ही बच्चों के साथ ही बुजुर्गों में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मौसम बदलने के साथ ही विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है, क्योंकि जरा सी लापरवाही के कारण समस्या गंभीर हो जाती है। बीते 15 दिनों से मौसम काफी ठंडा हो चुका है। चिकित्सालय में भी […]

अनूपपुरNov 28, 2024 / 11:52 am

Sandeep Tiwari

अनूपपुर. सर्दियों का मौसम प्रारंभ होते ही बच्चों के साथ ही बुजुर्गों में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मौसम बदलने के साथ ही विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है, क्योंकि जरा सी लापरवाही के कारण समस्या गंभीर हो जाती है। बीते 15 दिनों से मौसम काफी ठंडा हो चुका है। चिकित्सालय में भी प्रतिदिन सर्दी, खांसी के साथ ही निमोनिया और दमा से ग्रसित मरीज भी पहुंच रहे हैं। जिला चिकित्सालय में 1 नवंबर से 27 नवंबर तक सर्दी, खांसी से प्रभावित 67 मरीज, निमोनिया से ग्रसित 15 और दमा से ग्रसित 11 मरीज इलाज के लिए पहुंचे हैं। सर्दी का मौसम बढ़ते ही जहां एक ओर सर्दी खांसी और बुजुर्गों में दमा की समस्या बढ़ जाती है तो दूसरी ओर बच्चों में निमोनिया का खतरा काफी बढ़ जाता है। जिले के अन्य चिकित्सालयों में भी यही हाल है जहां प्रतिदिन सर्दी खांसी तथा निमोनिया के केस सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही बुजुर्गों में दमा की शिकायत जाती है।
ज्यादा ठंड होने पर न करें मॉर्निंग वॉक

जिला चिकित्सालय के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर एनपी माझी ने बताया कि सर्दियों के मौसम में बुजुर्गों में हृदयाघात, दमा और मस्तिष्क आघात की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि सर्दी से खुद का बचाव करें और ज्यादा सर्दी पडऩे पर मॉर्निंग तथा इवनिंग वॉक हो सके तो बंद कर दें। इसकी बजाय घर पर ही बंद कमरे में योगासन करें। लापरवाही बिल्कुल भी ना करें और पूरे दिन गर्म कपड़े पहने रहें। अस्वस्थ होने पर तुरंत ही चिकित्सक के पास पहुंचकर समस्या बताएं।
छोटे बच्चों की करें विशेष देखभाल

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एस आर परस्ते ने बताया कि सर्दियों का मौसम बच्चों के लिए काफी मुश्किल भरा होता है। ऐसे में शिशु की देखभाल में बिल्कुल भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। उन्हें हमेशा गर्म कपड़े से ढंक कर रखें। बाहर निकलने पर भी तेज हवा के संपर्क में बच्चों को ना आने दें। सर्दी खांसी होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें एवं यदि घर के किसी सदस्य को सर्दी खांसी है तो अपना मुंह ढक कर रखें। ऐसा नहीं करने से बच्चों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बन जाता है।
एक सप्ताह में पहुंचे 2682 मरीज

जिला चिकित्सालय में 20 से 27 नवंबर के बीच 2682 मरीज उपचार के लिए पहुंचे। आयुष में 8, कैजुअल्टी में 194, डेंटल में 35, आंख से संबंधित 202, जनरल मेडिसिन के 1618, सर्जरी के 51, स्त्री रोग से संबंधित 254, हड्डी रोग से संबंधित 60 एवं शिशु रोग से संबंधित 254, टीबी से संबंधित 1, बुखार से संबंधित 11 मरीज उपचार के लिए पहुंचे।

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