मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के कोतमा रेलवे स्टेशन यार्ड में यह घटना हुई है। घटना की सूचना लगते ही रेलवे ने दुर्घटना राहत टीम मौके पर भेज दी है। गुरुवार को सुबह भी यातायात दुरुस्त करने का काम चल रहा है। आसपास के रेलवे स्टेशनों से भी रेलवे का अमला पहुंच गया है और राहत कार्य लगातार चल रहा है। अलग लाइन से ट्रेनों को निकाला जा रहा है। हालांकि रेलवे का कहना है कि इस रूट से कम ही ट्रेनें निकलती हैं, इसलिए यातायात प्रभावित नहीं हुआ है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात को कोतमा से अनूपपुर जाने वाली अपलाइन में कोयले से भरी मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए थे। बुधवार रात कोतमा से अनूपपुर जाने वाली अप लाइन में करीब 8:40 बजे बेपटरी हो गई। मालगाड़ी जब कोतमा रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ रही थी तो यार्ड पर मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गए।
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-3 की रेल लाइन करीब 200 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई। पहिए काफी दूर तक रगड़ाते चले गए। रेलवे ने दुर्घटना की कारणों की जांच शुरू कर दी है। मनेंद्रगढ़, शहडोल और अनूपपुर की टीमें घटनास्थल पर गुरुवार सुबह भी मौजूद थीं।
कई राज्यों का यातायात प्रभावित
रेलवे के मुताबिक इस मार्ग से काफी कम गाड़ियां गुजरती हैं, इसलिए यात्री ट्रेनों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। रेलवे के मुताबिक गुरुवार को दोपहर तक पूरी लाइन क्लीयर कर दी जाएगी और यातायात सामान्य हो जाएगा। आसपास के क्षेत्रों से भी रेलवे की टीम पहुंच गई है, जो रात से ही लगातार काम कर रही है।