घटना के बाद, पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को चांदनगर के गेट नंबर 36 सी पर रोका। इसके बाद, अन्य कर्मचारियों और यात्रियों की मदद से नीलगाय के शव को इंजन से बाहर निकालने की कोशिश की गई।
फावड़े और ब्लेड का इस्तेमाल करते हुए। शव को हटाने में 26 मिनट का समय लगा। इस घटना की वजह से पीछे से आ रही कई ट्रेनें भी रोकनी पड़ीं। लगभग आधे घंटे बाद ट्रैक को साफ कर दिया गया और ट्रेनों की आवाजाही सामान्य हो पाई।