देर शाम तक कारखाने में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। अग्निकांड में भारी नुकसान बताया जा रहा है। नौगांवा सादात कस्बे के मोहल्ला हाता में मोहम्मद इसरार अहमद का परिवार रहता है। उनके बेटे मोहम्मद फाजिल जैकेट कारोबारी हैं। मोहम्मद फाजिल ने मोहल्ले में ही रहने वाले अपने चाचा सईद के घर के निचले हिस्से में जैकेट का कारखाना बना रखा है। मोहम्मद सईद का परिवार दूसरी मंजिल पर रहता है। शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे कारोबारी मोहम्मद फाजिल कहीं बाहर गए हुए थे।
इस दौरान कारखाना भी बंद था। तभी, अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में कारखाने में आग लग गई। जिस समय कारखाने में आग लगी, उसे समय सईद अहमद, उनकी पत्नी शहनाज बानो, बेटा शहजाद, शाहिल, उमैर, बेटी जैबा परवीन, हादिया और अदीबा घर में मौजूद थे।
कारखाने में लगी आग की लपटों ने थोड़ी देर में पूरे घर को कब्जे में ले लिया। धुआं दूसरी मंजिल के कमरों में घुस गया। इससे पहले कुछ समझ पाते सईद और उनके परिवार के सदस्यों का दम घुटने लगा। किसी तरह परिवार के सदस्यों ने बराबर के घर में कूद कर जान बचाई।
कारखाने में आग लगते ही मोहल्ले के लोगों में भगदड़ मच गई। थोड़ी देर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल टीम पहुंच गई। दमकल कर्मियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अग्निकांड में भारी नुकसान बताया जा रहा है। गनीमत रही कोई जनहानि नहीं हुई। बड़ा हादसा होने से टल गया।