ये भी पढ़ें- रामशंकर कठेरिया का बड़ा ऐलान, सपा के गढ़ में विकास कार्यों पर कही बड़ी बात संजय गांधी की राह पर राहुल- अमेठी से लोकसभा चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी पहली बार अमेठी आएंगे और पार्टी नेता, कार्यकर्ताओं व जनता से बात करेंगे। संभवतः वह इस दौरान लोगों को संबोधित भी करेंगे। अपने एक दिवसीय दौरे पर वे कार्यकर्ताओं के साथ हार की समीक्षा करेंगे। साथ ही वह यहां की जनता को यह सन्देश देने की भी कोशिश करेंगे कि भले ही वे यहां से हार गए हों, लेकिन फिर भी अमेठी से उनका रिश्ता अटूटा है। ठीक वैसे ही जैसे इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में संजय गांधी ने किया था।
ये भी पढ़ें- इंदिरा गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा करेगी भाजपा, सासंद ने किया बड़ा ऐलान संयय गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए थे, लेकिन बावजूद उसके वे लगातार अमेठी के दौरे करते रहे रहे। और जनता से रिश्तों की डोर को मजबूत करते रहे। संजय जब-जब अमेठी आते तब-तब गांधी परिवार व अमेठी की जनता के बीच रिश्तों की बात होती। मुमकिन है कि राहुल गांधी के दौरे पर भी ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिले।
ये भी पढ़ें- योगी सरकार नेे 30 IAS अफसरों के किए तबादले, इन्हें मिली बड़ा जिम्मेदारी मोहसिन रजा का राहुल पर हमला- राहुल गांधी के आगमन पर यूपी सरकार के मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह पश्चाताप यात्रा है। मोहसिन ने कहा कि अमेठीवासियों ने स्मृति ईरानी के रूप में अपना नया वारिस चुन लिया है। राहुल गांधी अब कांग्रेस अध्यक्ष भी नहीं है और अभी वे यहां कार्यकर्ता के तौर पर आ रहे हैं। रजा ने कहा कि अमेठी के लोगों ने गांधी परिवार के लिए अपने दरवाजे पूरी तरह से बंद कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब वायनाड में भी कुछ दिन बाद जनता राहुल गांधी को खोजेगी।