केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का अमेठी में बनेगा आशियाना, कराई रजिस्ट्री
कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी को ही अपना आशियाना बना लिया है। सोमवार को स्मृति ईरानी ने अमेठी पहुंचकर गौरीगंज तहसील के उप निबंधक कार्यालय पहुंचकर अपने आवास के लिए भूमि का बैनामा करवाया।
अमेठी. कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी को ही अपना आशियाना बना लिया है। सोमवार को स्मृति ईरानी ने अमेठी पहुंचकर गौरीगंज तहसील के उप निबंधक कार्यालय पहुंचकर अपने आवास के लिए भूमि का बैनामा करवाया। उन्होंने शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर टांडा-बांदा हाइवे से पूरे रोहिणी पांडेय गांव के पास टिकरिया-मेदन मवई मार्ग पर बंद पड़े मदर डेयरी प्रोजेक्ट के सामने साढ़े 10 बिस्सा जमीन की रजिस्ट्री करवाई। इस दौरान उनके साथ जिलाधिकारी अरुण कुमार मौजूद रहे। स्मृति ईरानी ने अमेठी में रजिस्ट्री के बाद कांग्रेस पर निधाना भी साधा। भूमि की कीमत 12 लाख छह हजार रुपये हैं। जबकि 50, 800 रुपये रजिस्ट्री स्टांप लगे हैं।
पूरे किए वादे गांधी परिवार पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘मैं आजतक अमेठी में किराए के मकान में रह रही थी। आज यह मेरा ये सौभाग्य है की मैं यहां पर अपना घर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर रही हूं। ईश्वर की मुझ पर असीम कृपा है कि अपने डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में ही अमेठी से किए गए वादों को पूरा कर पा रही हूं।’ स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि आज रजिस्ट्रेशन कराया है, आशावादी हूं बहुत ही जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा। गांव के सभी नागरिकों की अभिलाषा थी कि भूमि पूजन के दिन घर के उस प्रांगण में वो स्वयं पधारें। उन्होंने कहा कि आवास के लिए भूमि पूजन की तारीख तय होने के बाद वे सभी शहरवासियों को इसके लिए आमंत्रित करेंगी।
अभी किराए पर ले रखा है मकान गौरतलब है कि 2014 में करीब एक लाख वोटों से राहुल गांधी से हार गई थीं। मगर इसके बाद भी उनकी अमेठी में सक्रियता लगातार बनी हुई थी। यही वजह है कि 2019 में यहां के लोगों ने उन्हें दीदी के रूप में चुना। कई बार अमेठी दौरे पर आने के दौरान स्थायी निवास न होने पर उन्हें अकसर किराए के मकान में निवास करना होता था। आम चुनाव 2019 के पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ने गौरीगंज के जामो रोड पर कलेक्ट्रेट के करीब एक मकान किराए पर ले रखा था। बाद में उन्होंने उसी मकान को आवास के साथ सांसद का कैंप कार्यालय बना दिया। सांसद बनने के बाद स्मृति ने अमेठी में किसी गेस्ट हाउस के बजाय अपने इसी आवास पर रुकती हैं और यहीं उनका कैंप कार्यालय भी चलता है। अब यहां उनका अलग आवास बनेगा जो कि उनका स्थायी निवास होगा।