मुठभेड़ में लगी गोली सुरेंद्र सिंह अमेठी की नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी थे। लोकसभा चुनाव में बेहद सक्रिय सुरेद्र सिंह ने स्मृति को अमेठी का चुनाव जीतने में मदद की थी। 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की गई और 25 मई को सुरेंद्रर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के आरोप में वसीम, नसीम, गोलू सिंह, रामचंद्र बीडीसी औप रामनाथ गुप्ता नाम के आरपियों की पुष्टि की गई थी। जिसमें से वसीम को छोड़कर बाकी सभी को गिरफ्तार किया जा चुका था। घटना के मुख्य व पांचवे आरोपी वसीम को भी मुठभेड़ के बाद गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लगी। घायल वसीम को जीमो सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां निगरानी के लिए पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
flashbag.patrika.com सुरेंद्र सिंह की हत्या अमेठी में हाईप्रोफाइल घटना बनकर उबरी है। स्मृति ईरानी ने सुरेंद्र सिंह की अर्थी को कंधा दिया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटे के अंदर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। जिसके बाद पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुट गई। बता दें स्मृति ईरानी ने अमेठी में राहुल गांधी को हराकर कांग्रेस के गढ़ में कमल खिलाने का काम किया है। बता दें कि बरौलिया वह गांव है, जिसे मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था। यह वही गांव है, जहां चुनाव प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी ने जूते बंटवाये थे।