अमेठी. केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी (Smriti Irani) का संसदीय क्षेत्र अमेठी एक बार फिर सुर्खियों में है। लेकिन इस बार कारण राजनीति नहीं बल्कि कुछ और है। अमेठी ने अकेले पूरे प्रदेश में नया रिकार्ड बनाया है। दरअसल, जिले की मुसाफिरखाना तहसील में अब तक की सबसे महंगी रजिस्ट्री हुई है। यह रजिस्ट्री आदित्य बिरला ग्रुप ने कराई है। आदित्य बिरला ग्रुप ने इस रजिस्ट्री के लिए स्टाम्प शुल्क और पंजीयन शुल्क को मिलाकर कुल 161 करोड़ रुपये से अधिक ई-पेमेंट के जरिए अदा किए हैं।
कंपनी एडीएम वंदिता ने बताया कि शुक्रवार को जिले में सबसे महंगी रजिस्ट्री हुई। उन्होंने बताया कि जमीन की रजिस्ट्री के बाद आदित्य बिरला ग्रुप ने ई स्टाम्प के माध्यम से सरकारी खजाने में एक अरब 41 करोड़ से अधिक का स्टाम्प जमा कराया। इसके लिए ग्रुप ने 22 करोड़ 22 लाख से अधिक रुपये ई-पेमेंट के माध्यम से कराए।
बदलना पड़ गया सॉफ्टवेयर पूरे प्रदेश में सबसे महंगी रजिस्ट्री होने के कारण सॉफ्टवेयर तक को बदलना पड़ गया। अब तक रजिस्ट्री विभाग में शुल्क चुकाने के लिए सॉफ्टवेयर में 10 अंकों की व्यवस्था ही होती थी। आदित्य बिरला ग्रुप की रजिस्ट्री के चलते इस साफ्टवेयर को बदलना पड़ा गया। बता दें कि 1984 में आदित्य बिरला ग्रुप ने यूपीएसआईडीसी से जिले में 1332.86 बीघा भूमि लीज पर ले रखी है। इस जमीन को आदित्य बिरला ग्रुप की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने ही ग्रुप के आदित्य बिरला नुवो लिमिटेड से जमीन का लीज परिवर्तन कराया है।