आमतौर से अमेठी सांसद एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का अमेठी में आगमन के बाद ठहराव मुंशीगंज स्थित संजय गांधी हॉस्पिटल में होता है। यहां से राहुल गांधी कांग्रेसियों से लेकर अमेठी की जनता तक सीधा संवाद करते हैं। जनता दरबार लगता है, अमेठी की जनता उनसे सीधे मिलकर अपना दुख- दर्द बयां करती है।
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अगर बात इस पर की जाए कि मुंशीगंज गेस्ट हाउस में राहुल गांधी की दिनचर्या क्या होती है तो वह कुछ इस प्रकार है। राहुल गांधी के प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे के अनुसार राहुल गांधी का रूटीन प्रोग्राम यानी खाना-पीना, आना-जाना सुरक्षा की दृष्टि से सावर्जनिक नहीं किया जा सकता। फिर भी कुछ हद तक उन्होंने राहुल गांधी की रियल लाइफ से सम्बंधित कुछ बातें बताईं।
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राहुल गांधी के प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे के अनुसार सांसद राहुल गांधी सुबह उठने के बाद योगा भी करते हैं। इसके अलावा साइकिलिंग और रनिंग भी। उन्होंने बताया कि आमतौर से राहुल गांधी सुबह 6 बजे तक उठ जाते हैं और 9 बजे तक लोगों से मुलाकात का दौर शुरु हो जाता है। इस बीच सुबह वो हल्का नाश्ता लेते हैं और दिन के भोजन के समय अक्सर क्षेत्र में होने के कारण या तो लाई-चना या फिर समोसे खाते हैं।
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उन्होंने बताया कि राहुल गांधी को अमेठी के समोसे बहुत पसंद हैं। इसके अलावा रात के खाने में सादा खाना दाल और सब्जी को ही प्राथमिकता देते हैं। प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे की मानें तो राहुल गांधी को किताबें पढ़ने का शौक है। जो कि वे देर रात एक और दो बजे तक जाग कर पढ़ते हैं। चंद्रकांत दुबे ने बताया कि धर्म दर्शन से जुड़ी किताबें राहुल की पहली पसंद हैं और इस पर राहुल को कमांड है।
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अमेठी में क्षेत्र भ्रमण के दौरान लाई-चना (चबैना) और इसके साथ मिलने वाली चटनी राहुल गांधी बड़े शौक से खाते हैं। प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे की मानें तो अब तक 13 सालों में शायद ही अमेठी के कस्बों में कोई ऐसी दुकान बची हो जहां राहुल गांधी ने रुककर समोसे न खाए हों। यही नही अमेठी के पेड़े और मिल्क केक भी राहुल गांधी की पसंद में से हैं। उन्होंने बताया कि अमेठी के कालिका धाम में अक्सर राहुल गांधी दर्शन को पहुंच जाते हैं और यहां 100 ग्राम पेड़े और मिल्क केक खरीद कर प्रसाद के तौर पर उसे जरूर खाते हैं।
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यहां के समोसे हैं राहुल गांधी के फेवरेट, मिल्क केक और लाई-चना के भी हैं दीवाने, खुले कई और बड़े राज